चुनाव आयोग पहले चरण के मतदान के बाद क्यों आया चिंता में!!!!!!
लोकसभा के चुनाव की राजनैतिक सरगर्मिया अपने चरम है. वही देश में तापमान का पारा भी अपनी तपिश दिखा रहा है. पहले चरण का मतदान ख़त्म होने के साथ चुनाव आयोग की चिंताए बढ़ी है.
लोकसभा के चुनाव की राजनैतिक सरगर्मिया अपने चरम है. वही देश में तापमान का पारा भी अपनी तपिश दिखा रहा है. पहले चरण का मतदान ख़त्म होने के साथ चुनाव आयोग की चिंताए बढ़ी है. तापमान का पारा बनी है चुनाव आयोग के चिंता की वजह. हीटवेव के चलते पहले चरण के मतदान में लोग मतदान केन्द्रो तक नहीं पहोचे ऐसी जानकारी सामने आ रही है. जिसके बाद चुनाव आयोग एकदम से हरकत में आया है. चुनाव आयोगने सोमवार को मौसम विभाग, डिज़ास्टर मैनेजमेंट समते आरोग्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अधिकारिओ के साथ विशेष बैठक की होने की जानकारी मिल रही है. चुनाव आयुक्त राजीव कुमार खुद इस बैठक में मौजूद रहे थे.
देशमे अब जब दूसरे चरण का मतदान होनेवाला है तब खास तौर पे मतदाताओं को गर्मी से बचने के लिए जरुरी सुविधाए मुहैया करवाई जाए ऐसे निर्देश दिए गए है. अप्रैल और मई में जब तापमान का पारा अपने चरम पे होगा तब इसकी असर मतदान पे ज्यादा न पड़े इस बारेमे सभी चुनावी अधिकारिओ को ध्यान देने को कहा गया है. आपको बता दे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मौसम विभाग के अधिकारिओ के साथ बैठक की थी. चुनाव के समय में हीटवेव और हवा में नमी की मात्रा को लेकर जरुरी जानकारी से चुनाव आयोग को अपडेट रखने की बात भी सामने आई है.
आपको बतादे इस साल मौसम विभाग ने अप्रैल से जून के बिच में तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की भविष्यवाणी पहले से कर दी थी. साथ ही में बढ़ते तापमान के चलते आंधी और बेमोसम बारिश का कहर भी देश के कई राज्य झेल रहे है.