लाभ पांचम के बाद गुजरात BJP संगठन में फेरबदल!
दिवाली (लाभपांचम) के बाद गुजरात बीजेपी के संगठन और सरकार में बड़ा फेरबदल। सांसद धवल पटेल, रंंजनबेन भट्ट समेत कई युवा व अनुभवी नेताओं को संगठन में अहम पद मिलेंगे। साथ ही, 20 जिलों में नए प्रभारी मंत्री नियुक्त किए जाएंगे, जिसमें हर्ष संघवी के प्रभार में भी बदलाव होगा।

गांधीनगर: गुजरात भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में दिवाली के बाद, खासकर 'लाभ पांचम' के शुभ मुहूर्त के बाद, बड़े स्तर पर संगठनात्मक फेरबदल की तैयारी चल रही है। गुजरात प्रदेश बीजेपी के संगठन ढांचे में कई नए चेहरों को जगह मिलेगी, जबकि पुराने अनुभवी नेताओं को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपे जाने की संभावना है।
संगठन में नए नेतृत्व की दस्तक:
सूत्रों के अनुसार, प्रदेश संगठन की नई टीम में युवा और अनुभवी नेताओं का मिश्रण देखने को मिलेगा। 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए, पार्टी सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन को साधने का प्रयास करेगी।
संभावित महामंत्री: संगठन के भीतर महत्वपूर्ण पद माने जाने वाले प्रदेश महामंत्री पद पर सांसद धवल पटेल और पूर्व सांसद रंजनबेन भट्ट को नियुक्त किया जा सकता है।
अन्य प्रमुख नाम: प्रदीपसिंह वाघेला और हितेंद्र पटेल को भी महामंत्री या प्रदेश उपाध्यक्ष जैसे प्रमुख पदों पर जिम्मेदारी मिल सकती है।
युवा चेहरे: युवा पीढ़ी को आगे बढ़ाते हुए धवल दवे और ऋत्विक पटेल को भी संगठन में अहम स्थान मिलना लगभग तय माना जा रहा है।
अनुभवी नेताओं को सम्मान: अनुभवी नेताओं में जयेश रादड़िया और भरत बोघरा को भी संगठन में महत्वपूर्ण पद दिए जा सकते हैं।
20 जिलों में नए प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति:
हाल ही में राज्य मंत्रिमंडल में हुए बड़े फेरबदल के बाद, अब प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करने के लिए 20 जिलों के प्रभारी मंत्रियों को बदलने की कवायद भी चल रही है।
नई नीति का क्रियान्वयन: राज्य के प्रशासन में संतुलन लाने के लिए नई नीति के तहत, अब मंत्रियों को कम जिलों का प्रभार सौंपा जाएगा। संभवतः, जिन मंत्रियों के पास महत्वपूर्ण विभाग हैं, उन्हें केवल एक-एक जिले का प्रभार दिया जाएगा, ताकि वे अपने प्रशासनिक कार्यों और जिला विकास पर बेहतर ध्यान दे सकें।
उपमुख्यमंत्री के प्रभार में बदलाव: उपमुख्यमंत्री हर्ष संघवी के जिला प्रभार में भी परिवर्तन हो सकता है। उन्हें पहले वडोदरा और गांधीनगर का प्रभार दिया गया था, लेकिन अब उन्हें संभवतः सिर्फ गांधीनगर का ही प्रभारी मंत्री बनाया जा सकता है।
इन 20 जिलों में नए प्रभारी: पूर्व मंत्रियों के हटने के बाद अब अरवल्ली, महीसागर, बनासकांठा, साबरकांठा, बोटाद, भरूच, भावनगर, दाहोद, पंचमहाल, डांग, राजकोट, जामनगर, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़, पाटन, नर्मदा, छोटाउदेपुर, तापी और वलसाड सहित कुल 20 जिलों में नए प्रभारी मंत्री नियुक्त किए जाएंगे।
बीजेपी का यह संगठनात्मक और प्रशासनिक बदलाव राज्य में पार्टी को मजबूत करने और आगामी चुनावों के लिए एक नई रणनीति तैयार करने का संकेत है।