ये है देश का VVIP पेड,कहा है ये पेड और क्यू है ये VVIP?

ये है देश का VVIP पेड,कहा है ये पेड और क्यू है ये VVIP?

ये है देश का VVIP पेड,कहा है ये पेड और क्यू है ये VVIP?

आज विश्व पर्यावरण दिन पे आपको हम ये बताएंगे की देश का VVIP पेड कहाँ है और कोनसा हैं! इस पेड के रखरखाव पे सालाना कितने पैसे खर्च होते है?
मध्यप्रदेश के भोपाल से विदिशा के बिच में एक जगह पे ये पेड स्थित है. यूनेस्को की विश्व धरोहर में शुमार साँची बौद्ध परिसर से पांच किलोमीटर दूर एक पहाड़ी है, और इस पहाड़ी पे ये पेड बीते 9 साल से स्थित है. चौक गए ना।........ इसे लोग बोधीवृक्ष के नाम से जानते है. बौद्ध संप्रदाय के लिए ये पेड आस्था का केंद्र है. 

अब आपको ये भी जानना ज़रूरी है की आखिर इस पेड को VVIP का दर्जा क्यों दिया गया है, दरअसल आपको बतादें साल 2012 की 21 दिसंबर को बौद्ध यूनिवर्सिटी के शिलान्यास के अवसर पर उसवख्त के श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे भारत आए थे, उनके हाथो से पीपल का ये पौधा आजसे 9 साल पहले लगाया गया था. बौद्ध संप्रदाय के आध्यात्मिक गुरु गौतम बुद्ध ने जिस पीपल के पेड के निचे बैठ के बौधित्व को पाया था उसे ही बौधि वृक्ष कहते है. सूत्रों के मुताबिक ये पौधा बौधगया से लाया गया है. 

कौन  करता है इसकी सुरक्षा? और कीतना होता है खर्च?

इस VVIP पेड की देखभाल मध्यप्रदेश सरकार करती है. मध्य प्रदेश के उद्यानिकी विभाग, पुलिस विभाग और सांची नगर पालिका ये जिम्मेदारी निभाती है. इस पेड के पास 24 घंटे सुरक्षा कर्मी तैनात रहते है. जबकी सरकार  को सालना इस पेड के रख रखाव पे 12 लाख का खर्च आता है.