यहाँ मिलकर भी नहीं मिल पता महासागरों का पानी! Two sea meet but stay separated

video of two sea meating at point but water stay seprated

यहाँ मिलकर भी नहीं मिल पता महासागरों का पानी! Two sea meet but stay separated

हम सब जानते है की पृथ्वी के तक़रीबन 30 प्रतिशत हिस्सा ज़मीन है. वही 70 प्रतिशत हिस्सा जल है. जमीनी सीमाए जैसे अलग अलग देखि जा सकती है वैसे समुद्र की सीमाए आँखों से देख पाना मुमकिन नहीं है. पर आज हम आपको ऐसी जगह के बारेमे बताएंगे जिसमे आप दो महासागरों के मिलने की सीमाए साफ़ साफ़ देख पाएंगे. 

इस जगह का नाम है अलास्का, जहा हिंद और प्रशांत महासागर मिलते है पर इन दोनों महासागरों का पानी आपस में घुलता मिलता नहीं बल्कि बिलकुल अलग अलग रंगो में दिखाई देता है. हैरान रह गए ना, गल्फ ऑफ़ अलास्का से गुजरने वाले जहाज ये नज़ारा देख सकते है. जबकि अगर आसमान से देखा जाए तो ये सीमा साफ़ साफ़ नज़र आएगी. ये कुदरत का करिश्मा ही है. दरसल प्रशांत महासागर का पानी ग्लेशियर से आता है जिससे उसका रंग हल्का नीला रहता है. इस में नमक का नामो निशान नहीं होता. जब की हिंद महसागर का पानी काफी खारा होता है. महासागरों के पानी की ऊपरी सतह पर घनत्व  होने के कारण दोनों महासागरों का पानी एक दूसरे से नहीं मिल पाता और आपसमे टकराने के कारन एक झाग पैदा होता है जो सीमारेखा की तरह दीखता है. जब की सूरज की रोशनी खारे और मिठे पानी पे पड़ने की वजह से और भिन्न घनत्व होने की वजह से पानी का रंग एक दूसरे से बिलकुल अलग नज़र आता है. जिस नज़ारे को देख दुनिया चौंक जाती है. लेकिन वैज्ञानिको की माने तो दोनों महासागर कहीं ना कहीं आपस में एक दूसरे से पूरी तरह मिल ही जाते है. बस सतह पे घनत्व के टकराने के कारण एक सीमारेखा बन जाती है जिससे ऐसा दिलकश नज़ारा देखने को मिलता है. पर ये वकाईमे कुदरत का एक करिश्मा है.